GOOD PEOPLE
06 june, 2011
आज एक बर्थ डे पार्टी मैं जाना हुआ ( मतलब एक और पार्टी : भावना को समझो yr)
मेरी दोस्त के छोटे भाई ,कुश , की seventh बर्थ डे पार्टी. जहाँ मुझे invite किया गया था . पहले तो मेने सोचा की यार सब उनके घर वाले होंगे अजीब लगूंगा, फिर सोचा की दिल से बुलाया है तो जाना चाहिए...मैं गया.
हालाँकि थोडा सा लेट था but, हम भी busy रहते हैं आजकल, क्या करें!! ...
(.hehehe ..well jokes apart)
मेरी दोस्त के चाचा (Mr.SUSHIL BAID) आये उन्होंने recieve किया और पास होने की बधाई दी और फिर almost पुरे टाइम साथ ही थे और खिला रहे थेI ...यार किसी के दोस्त की ऐसी खातिरदारी कौन करता है!!...वो सब बच्चो से एक दोस्त की तरह बात करते , हंसी मजाक करते ,कंधे पे हाथ रख एक दोस्त की feel देते ...और पूछो मत उनके इस व्यवहार ने मनो खुश कर दिया...और मजबूर कर दिया की मैं कुछ लिखूं..
न तो फिजूल तारीफ करने की आदत है और न ही मैं करता हूँ...पर ऐसा लगा जैसे भाड़ मैं जाये वो लोग जो कहते हैं अमीर लोग ये ,अमीर लोग वो. वे सिर्फ अपने काम से मतलब रखते हैं ,छोटे बड़े का ख्याल नहीं है ...वगेरह! वगेरह!..
.उनको मैं ये कहूँगा, जाकर मिलो एक बार sushil baid से फिर पता चलेगा..और तो और मुझे यह कहते हुए बिलकुल भी Second thought या शर्म नहीं आ रही है की मेरी friend list मैं एक और नाम और मेरी life मैं एक और इंसान जुड़ गया है ... i know इतना contact नहीं होगा bt आज का दिन नहीं भूलूंगा.. he actually made me feel like a part of the family..
पर मेरी दोस्त तो ज्यादातर rude ही रहती है...वो ये पढेगी और बोलेगी ...
"साला फिर से MELODRAMA"...Isnt it? :)
(jus kiddin dear)
K.L. (BAid) uncle. उन्होंने मेरे अन्दर घुसते ही पूछा "बोल कहाँ party चाहिए?" ..मेने सोचा, किस पार्टी की बात कर रहे हैं ..मेने कहा " ये पार्टी ही तो है "...तो वो बोले की "तू टॉप किया है कॉलेज मैं उसकी पार्टी "..फिर उन्होंने मेरे सर पे हाथ रखे के अपना प्यार दिखाया और मैं तो बस रो ही दिया था समझो. मतलब कहने वाली बात ये है की उन्हें क्यूँ फर्क पड़ेगा की मैं क्या कर रहा हूँ क्या नहीं या क्या हासिल किया है.
एक तो मेरे पापा ने पूछा और एक उन्होंने पूछा.. मतलब घर वाले तो पूछेंगे ही पर मैं तो उनकी बेटी का दोस्त हूँ सिर्फ और उन्होंने एक घर के सदस्य की भांति मुझसे बातें की ...और अब इस से ज्यादा और क्या चाहिए. ये ऐसी छोटी छोटी बातें हैं जो मुझे बहुत अच्छी लगती है और मैं खुद भी इन्हें अपनाता हूँ...
सदस्य है नहीं तो क्या हुआ, बना लो.
क्यूँ,सही है ना?
बस मन किया की लिखूं और share करूँ ..सो कर दिया. जो भी है उन्होंने क्यों किया , या ऐसे ही किया ...चाहे कुछ भी reason हो...worth attending बना दिया ..ऐसे लोग हो अगर, तो मैं बिना invitation भी चला जाऊं :P
one more impotant and funny thing the birthday boy said when i wished him
"भैया आप कौन हो ? मैं आपको जनता नहीं हूँ इसलिए मुझे wish मत करना " ...i said wtf?? i called my frnd n said "इतनी बार तेरे घर आया और ये मुझे जनता नहीं है!! "..
that was really cute of him.
CONCLUSION: ये है की लोगो को व्यवहार से परखो, कार से नहीं ...अच्छे लोगों की कमी नहीं है.
P.S. हम भी काफी अमीर है ..ठीक है ना!!.. पहले ही बता दूँ हमारे पास INDIGO LX hai.
lolzz....hahahahahab>
2 comments:
bheed me ache chehro ko dhundna thoda mushkil ho jata hai
or tumne vo kar dikhaya...ek ache insan ki pehchaan ki or us se zindagi ki seekh le li jo shyd tumhare sath sari lyf rahegi....bahot ache se logo k chehre ko apne shabdo k kalam se likh dia....aise hi sbko apne talent se impress karte rho..all the best
गजब भाई जी .......... बहुत बढ़िया !!
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